सेना और पुलिस, भारत के सुरक्षा संगठन के 2 हिस्से हैं। जैसा कि नाम से ही दोनों अलग हैं वैसे ही काम से भी दोनों का कार्य पूरा ही अलग- अलग है। सेना यानी फौज, देश की सुरक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर 24 घंटों तैनात रहती है और सेना का कार्य देश की सीमाओं की रक्षा करना और विदेशी आक्रमण से देश की सुरक्षा करना है। वहीं, पुलिस देश के भीतर कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रत्येक तहसील, जिले एवं राज्य पर तैनात होती है। बढ़ रहे आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाना, पक्ष- विपक्ष के राजनेताओं की सुरक्षा और अपराधियों को गिरफ्तार करना पुलिस का कार्य है।
फौज और सेना की फिजिकल परीक्षा में अंतर
जिस प्रकार से पुलिस एवं फौज दोनों का कार्य अलग होता है, ठीक इसी प्रकार से भर्ती होने के लिए भी दोनों की फिजिकल परीक्षा भी अलग- अलग होती है। हालांकि दोनों के लिए शारीरिक रूप से फिट रहना अनिवार्य है। सेना और पुलिस में शामिल होने के लिए कठिन फिजिकल परीक्षा से गुजरना पड़ता है, लेकिन फौज की शारीरिक परीक्षा पुलिस की शारीरिक परीक्षा की तुलना में अधिक कठिन होती है। साथ ही, फौज में शामिल होने के बाद भी फौजियों को अपनी फिटनेस पर खासा ध्यान देना होता है, लेकिन वहीं पुलिस में ऐसा देखने को नहीं मिलता है।
फौज और पुलिस भर्ती की शारीरिक परीक्षा के मापदंड अलग-अलग होते हैं। फौज की शारीरिक परीक्षा में उम्मीदवारों को ऊंचाई, वजन, सीना, दौड़, लंबी कूद, और गोला फेंक जैसे परीक्षणों से गुजरना पड़ता है। जबकि पुलिस की शारीरिक परीक्षा में उम्मीदवारों को ऊंचाई, वजन, सीना, दौड़, लंबी कूद और साइकिल चलाने जैसे परीक्षणों से गुजरना पड़ता है। दोनों की शारीरिक परीक्षा के मानदंड (Physical Efficiency Test) अलग- अलग इस प्रकार है-
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टेस्ट |
पुलिस भर्ती फिजिकल परीक्षा |
सेना भर्ती फिजिकल परीक्षा |
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दौड़ (race) |
पुरुषों के लिए 25 मिनट में 4.8 किलोमीटर की दौड़। महिलाओं के लिए 14 मिनट में 2.5 किलोमीटर की दौड़। |
पुरुषों के लिए 5 मिनट 30 सेकेंड में 1.6 किलोमीटर की दौड़। महिलाओं के लिए 7 मिनट 30 सेकेंड में 1.6 किलोमीटर की दौड़। |
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पुल अप्स (chin- ups) |
- |
पुरुष- 10 पुल-अप महिला- 10 पुल-अप |
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पुश अप्स (push-ups) |
पुरुष- 15 पुश-अप |
पुरुष- 42 पुश-अप |
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ऊंचाई न्यूनतम (height) |
पुरुष- 170 से 172 cm महिला- 156 से 158cm |
पुरुष- 170 से 172 cm महिला- 156 से 158cm |
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गोला फेंक (ball Through) |
पुरुष- 50 मीटर महिला- 16 मीटर |
पुरुष- 10 मीटर महिला- 8 मीटर |
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लॉन्ग जंप (long jump) |
पुरुष- 11 फीट महिला- 9 फीट |
पुरुष- 11 फीट महिला- 10 फीट |
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हाई जम्प (high jump) |
3-1/2 फीट |
पुरुष- 3-1/2 फीट महिला- 3 फीट |
उपरोक्त मानदंड़ों के आधार पर आप पुलिस और फौज की भर्ती में अंतर स्पष्ट देख सकते हैं। हालांकि फौज की तैयारी कर रहा युवा या फिर पुलिस की तैयारी कर रहा युवा दोनों ही फौज और पुलिस की फिजिकल तैयारी कर सकता है। इसके अतिरिक्त कुछ भर्तियों में फिजिकल परीक्षा में कुछ छोटे बदलाव देखने को मिलते हैं, जो कि भर्ती के नोटिफिकेशन में बता दी जाती है।
कैसे करें फौज और पुलिस की तैयारी
डिफेंस की तैयारी के लिए शारीरिक रूप से खुद को फिट एवं मजबूत बनाना बहुत जरूरी है। तैयारी के लिए सबसे महत्वपूर्ण आपको अपनी दौड़ पर फोकस करना होगा। दौड़ के लिए आपको रोजाना अपनी आदत में सुधार करना होगा। फिर एक टाइम टेबल बना कर प्रतिदिन उसे फॉलौ करना।
सबसे पहले, नियमित रूप से सुबह जल्दी उठकर वॉर्म अप के बाद 2 घंटे दौड़ने का प्रयास करें।
दौड़ के बाद आपको आर्मी की बाकी की फिजिकल परीक्षा जैसे कि पुश अप्स, पुल अप्स, लॉन्ग जंप, हाई जंप, गोला फेंक आदि का नियमित रूप से अभ्यास करना होगा।
सही पोषण लें, शारीरिक रूप से फिट रहने के लिए सही पोषण भी आवश्यक है। उम्मीदवारों को अपने आहार में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा की उचित मात्रा शामिल करनी चाहिए। जिसके लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडे, चिकन, दूध, बादाम, फल आदि को शामिल करें।
सही पोषण के साथ-साथ खुद को हाइड्रेड भी रखें, जिसके लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं, लेकिन ध्यान रहे कि आपको एक्सरसाइज से तुरंत पहले या तुरंत बाद में पानी नहीं पीना है।
शरीर में फ्लेक्सिबिलिटी लाने के लिए आपको प्रतिदिन योगाभ्यास भी अवश्य ही करना चाहिए।
मानसिक रूप से खुद को फिट रखना भी बहुत जरूरी है। डिफेंस की शारीरिक परीक्षा उम्मीदवारों के लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण परीक्षा है। फिजिकल के साथ साथ उन्हें मानसिक रूप से भी स्वयं को फिट रखना बहुत जरूरी है।
तो इस प्रकार से आप पुलिस और सेना की भर्ती के लिए आवेदन करके फिजिकल परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। आपकी तैयारी के लिए फौजफिट ऐप आपकी बहुत सहायता कर सकता है, जिसके माध्यम से डिफेंस फिजिकल फिटनेस की ट्रेनिंग मुफ्त में दी जाती है।
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